चोट से जल्द रिकवरी के अब खिलाड़ी अब पानी के अंदर जिम और ट्रेडमिल करेंगे और उनकी फिजियोथेरेपी होगी। इस तरह की कई अन्य अंतरराष्ट्रीय सुविधाएं अब सफदरजंग के स्पोर्ट्स इंजूरी सेंटर में मिलेगी। शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर के एक्सटेंशन का शिलान्यास किया। तीन एकड़ में सेंटर की दूसरी बिल्डिंग बनाई जाएगी, जिसे 2021 तक शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि यह प्रोजेक्ट समय रहते पूरा होगा।
सेंटर के चीफ डॉ. आरके आर्या का कहना है कि खिलाडिय़ों की रिकवरी के लिए अंडर वॉटर जिम बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि पानी के अंदर इस तरह की फिजियोथेरेपी से एथलेटिक्स को ज्यादा फायदा होता है। देश का पहला ऐसा सेंटर होगा जहां पर अंतरराष्ट्रीय स्तर की सारी सुविधाएं होंगी। इसमें पानी के अंदर जिम, ट्रेडमिल, हाई अल्टिट्यूड ट्रेनिंग चैंबर, कैडेवरिक लैब होगा।
इसके बाद अमेरिका की तर्ज पर भारत में भी पानी के अंदर खिलाड़ी फिजियोथेरेपी कर सकेंगे। डॉक्टरों का कहना है कि खेल से जुड़ी चोटें आम चोट से काफी अलग होती हैं। इसमें मरीज को स्वस्थ करने के साथ-साथ खिलाड़ी के तौर पर अपने को दोबारा से उसी क्षमता के साथ मैदान में उतारना होता है। डॉक्टर का कहना है कि यह आसान नहीं होता है, जब इंजरी होती है तो शारीरिक दर्द के साथ-साथ मानसिक स्तर पर भी खिलाड़ी को दिक्कत होती है। इससे निकलने के लिए उन्हें ऐसी सुविधाओं की जरूरत होती है, जिससे उन्हें इस परेशानी से बाहर निकलने में कम समय में मदद मिल सके।