जीरोधा आज के समय में जानी मानी स्टॉक ब्रोकरेज कंपनी में से एक है। इसके संस्थापक निखिल कामत की उम्र सिर्फ 14 साल थी, जब उन्होंने इस कम्पनी की शुरुआत की थी। स्कूली की पढ़ाई को छोड़कर उन्होंने इस कम्पनी की शुरआत की जो आज अरबो की कम्पनी बन चुकी है। आइये जानते है इसके पीछे की पूरी कहानी।
मुश्किल दौर से गुजरना पड़ा
जीरोधा कम्पनी को बनाने से पहले इन्हे काफी मुसीबतो से गुजरना पड़ा है। उन्होंने स्कूल की पढाई को छोड़ दिया था, जिसके बाद उनके घरवाले उनसे नाराज हो गए। इसके बाद कुछ साल यूं ही बीते और फिर जाली सर्टिफिकेट्स बनाकर 17 साल की उम्र में उन्होंने कॉल सेंटर में नौकरी की हर महीने इसके लिए उन्हे आठ हज़ार रुपये मिलते थे, जिसमे उन्होंने अपना गुजारा किया है।
जीरोधा की शुरुआत
निखिल को ऊंचाइयों तक पहुंचाया उनकी कंपनी जीरोधा ने, इसमें उनका साथ दिया उनके बड़े बड़े भाई नितिन ने। उनके साथ मिलकर 2010 में उन्होंने स्टॉक ब्रोकरेज कंपनी की शुरुआत की। उस वक्त भारतीय शेयर बाज़ार की हालत ज्यादा अच्छी नहीं थी, लेकिन उन्होंने फिर भी इसकी शुरुआत की। उस समय कम्पनी को खोलना काफी रिस्की था, लोगो द्वारा उनका खूब मज़ाक उड़ाया गया। लेकिन दोनों भाइयो को एक-दूसरे पर और ट्रेडिंग के अपने हुनर पर पूरा भरोसा था।
भाई नितिन के साथ मिलकर उन्होंने कामत एसोसिएट्स की शुरुआत की। ट्रेडिंग के हुनर को दोनों भाइयों ने अपनी सबसे बड़ी ताकत बनाया और जीरोधा को 2010 में शुरुआत करने के लिए मार्किट में लाया गया। शुरुआत में इन्होने इसमें कई तरह के ऑफर दिए जिससे ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को जोड़ा जा सके। आज 35 लाख से अधिक यूज़र्स के साथ देश की सबसे बड़ी ब्रोकरेज फर्म है से एक बन गयी है।
2021 में इसका मुनाफा डबल हो गया।
कोरोना महामारी के बीच जहा सभी कम्पनी को घटा उठाना पड़ा वही जिरोधा के बीते वित्त वर्ष 2021 में इसका मुनाफा वित्त वर्ष 2020 की तुलना में दोगुने से अधिक बढ़कर हज़ार करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है । इस तरह से जिरोधा ने कामत बंधु फोर्ब्स की 2020 की भारत के 100 सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में अपना नाम शामिल कर लिया। आज इन दोनों भाइयो की उम्र ज्यादा नहीं है, लेकिन इन्होने डेढ़ सौ करोड़ डॉलर की संपत्ति की कम्पनी को खड़ा किया है। 41 साल के नितिन और 34 साल के निखिल को 90वें स्थान पर जगह मिली। इन्होने अपने देश के साथ दूसरे देशो में भी नाम कमाया है।