UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश एक ऐसा प्रदेश है जहां का cm होना हर कोई चाहता है हर नेता की दिली झवाहिश होती है कि वो उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बने लेकिन ऐसा होता नहीं पिछली बार भाजपा ने बिना चेहरा दिखाए सीट हासिल की थी और ऐतिहासिक जीत के बाद यपगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना गया हालाकिं इस बार पार्टी के लोग फेरबदल के मूड में नज़र आ रहे हैं।
यूपी में एक बार फिर से योगी मंत्रिमंंडल और बीजेपी के संगठन में बदलाव की चर्चा जोरों पर हैं. इस बीच मंगलवार को लखनऊ में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने राष्ट्रीय महामंत्री संगठन के साथ मुलाकात की. इस बैठक के बाद केशव प्रसाद मौर्या ने आज फिर वही नारा दोहराया जो उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनावों में तत्कालीन उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रहते हुए दिया था. उन्होंने फिर कहा कि हम साल 2022 में 300 से अधिक सीटों के साथ ऐतिहासिक जीत हासिल करेंगे. उनके इस बयान के बाद उत्तर प्रदेश में संगठन और मंत्रिमंडल में बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं. हालांकि यही नारा उनका 2017 में भी था और 2017 में ऐतिहासिक जीत दिलाई उन्होंने लेकिन इस बार और भी कई पार्टियां नज़र गड़ाए बैठी हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में सियासी हलचल तेज है और चर्चा हो रही है कि केशव प्रसाद मौर्या को एक बार फिर से प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है, जबकि स्वतंत्र देव सिंह को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. वहीं आईएएस एके शर्मा को उपमुख्यमंत्री का पद मिलेगा. इसके अलावा कई मंत्रियों को भी इस बार हटाने के कयास लगाए जा रहे हैं. संगठन में भी कई नेताओं की जिम्मेदारी बदलने की बात हो रही है देखते हैं क्या होता है.
इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष ने लखनऊ में मिशन-2022 के लिए पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ मंथन शुरू कर दिया है. इसके लिए उन्होंने राज्य सरकार के मंत्रियों से एक-एक कर भेंट की और उनसे सरकार के कामकाज के साथ ही आम लोगों की पार्टी के प्रति राय जानी.
उसके बाद संतोष मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और वहां कोर कमेटी के साथ बैठक की. माना जा रहा है कि इससे पहले मुख्यमंत्री के साथ बैठक में मंत्रिमंडल विस्तार और संगठन में बदलाव पर चर्चा हुई है. इसके बाद संगठन में फेरबदल की कयासबाजी शुरू हो गई है।