कहीं कुछ भी होता है लोगों की ज़ुबान पर सबसे पहले पुलिस का नाम आता है शायद इसलिए भी की लोग कानून को अपने हाथ मे नहीं लेना चाहते या उन्हें पुलिस पर विश्वास भी होता है कि जो काम हमसे न हो पायेगा वो काम पुलिस बड़े ही आसानी से करा लेती है और अपने यूपी पुलिस की तो बात ही निराली है वो अक्सर किसी न किसी बात से चर्चा में रहती है चाहे वो अपने काम की वजह से हो या किसी एक्स्ट्रा टैलेंट जैसे मुह से ठाय-ठाय की आवाज निकाल के भागते हुए मुजरिम को पकड़ने को लेके।
अब तक आपने पुलिस को सिर्फ मुजरिम या गुनाहगारों को पकड़ते देखा होगा या लड़ाई झगड़े से लोगों को बचाते हुए सुना होगा लेकिन आज जो हम आपको बताने वाले हैं वो बिल्कुल अलग है आज से पहले आपने कभी नहीं सुना होगा ये मामला किसी कैदी से जुड़ा नहीं ना ही किसी मुकदमे से यहाँ तक कि इसमें कोई भी अपराध ही नहीं है. शायद इसलिए भी आपने आज से पहले नहीं सुना होगा क्योंकि शायद यूपी पुलिस ने आज से पहले ऐसा कोई काम भी नहीं किया होगा।
जी हाँ हाल ही में यूपी पुलिस का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश पुलिस को पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक नया बिलकुल अनोखा काम दिया गया है। यहाँ लगभग 2 हप्ते से ज़्यादा समय से वाराणसी पुलिस चौबीस घंटे एक पीपल के पौधे की सुरक्षा कर रही है। है ना यह ख़बर हैरान करने वाली। पुलिस तो पीपल के पौधे की सुरक्षा कर ही रही है, इसके अलावा पास में लगे सीसीटीवी कैमरों से भी पीपल के पौधे 24 घंटे पर नज़र रही जा रही है।
अब आप सोच रहे होंगे कि आख़िर इस पीपल के पौधे में ऐसी क्या ख़ास बात है कि पुलिस 24 घंटे इस पीपल के पौधे की रखवाली कर रही है? जानकारी के अनुसार बार-बार पीपल का पौधा असामाजिक तत्वों द्वारा उखाड़ दिए जाने के बाद इलाक़े के लोगों ने पुलिस प्रशासन से इस पौधे की सुरक्षा की गुहार लगाई। इस वजह से प्रशासन ने इस पौधे की सुरक्षा के लिए दो सिपाही भी तैनात कर दिए हैं। यक़ीनन यह अपने तरह की पहली ऐसी घटना होगी जिसमें पुलिस वाले एक पीपल के पौधे की सुरक्षा कर रहे हैं। कड़ी सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी कैमरा भी लगाया गया है।
बता दें वाराणसी के अर्दली बाज़ार स्थित इनाम चौक के बग़ल में दशकों पुराना पीपल का वृक्ष हुआ करता था। कुछ महीने पहले ही पीपल का पुराना पेड़ गिर गया। इस वजह से इलाक़े के लोगों द्वारा उसी जगह पर पीपल का एक नया पौधा लगाया गया। वहीं दूसरे पक्ष की इच्छा थी कि पीपल का पौधा रास्ते से हटकर कुछ दूर आगे मैदान में लगाया जाए। लेकिन कुछ लोग इसी जगह पर पीपल का पौधा लगाना चाहते थे। इस समुदाय में सालों से लोग मिलजुलकर रहते आए हैं, लेकिन अचानक से समुदाय में विवाद हो गया है। इसी वजह से पीपल के पौधे की सुरक्षा की जा रही है।