आइये आज हम एक ऐसी महिला के बारे में आपको बताते है । जो की पूरी दुनिया में टायफाइड बुखार के जन्मदाता है । जिनका टाइफाइड मैरी’ एक वास्तविक एतिहासिक महिला थी। एक आयरिश महिला, जिसका नाम मैरी मल्लन था, जो 1880 के दशक में संयुक्त राज्य अमेरिका में आ गई थी।
खून में ही मिला टायफाइड के वेक्टीरिया
डाक्टरों के अनुसार बताया गया की उसे टाइफाइड बुखार का कोई लक्षण नहीं था, लेकिन उसके खून में टाइफाइड के बैक्टीरिया थे। यह बात डॉक्टरों ने उसे समझाने की कोशिश की थी, लेकिन चूंकि उसे बुखार आता ही नहीं था तो वो यह मानने के लिए तैयार ही नहीं थी। वह एक रसोइये का काम करती थी। कहते हैं कि उसने टाइफाइड के बैक्टीरिया से कई लोगों को संक्रमित किया था, जिनमें से कईयों की मौत भी हो गई थी।
टाइफाइड बुखार फैलने का कारण और लक्षण
टाइफाइड बुखार दुनिया के उन खतरनाक बीमारियों में से एक है जिसके वजह से आदमी की मौत तक भी हो जाती है । टाइफाइड (typhoid) साल्मोनेला बैक्टीरिया से फैलने वाली एक बहुत ही खतरनाक बिमारी है। टाइफाइड पाचन-तंत्र और ब्लडस्ट्रीम में बैक्टीरिया के इंफेक्शन की वजह से होता है। गंदे पानी, संक्रमित जूस या पेय के साथ साल्मोनेला बैक्टीरिया शरीर के अन्दर प्रवेश कर जाता है। बैक्टीरिया के शरीर में घुसने के बाद टाइफाइड के लक्षण महसूस होने लगते हैं। रोगी को टाइफाइड में कमजोरी महसूस होने लगती है। यही इसके महत्वूर्ण लक्षण है ।