देश में कोरोना की स्तिथि के बाद ब्लैक फंगस एक और चिंता का विषय बन रहा है । अभी आपने देखा ही था की कोरोना की दूसरी लहर देश में कितनी तेजी से तबाह मचा गई थी। हलाकि कोरोना अभी गया नहीं है मगर केस में कमी थोड़ा रहत की बात है , और एक तरफ कोरोना से रहत तो मिली मगर ब्लैक फंगस का नया केस बढ़ने के रफतार देश के लिए चिंता विषय है । हाल ही में योग गुरु बाबा रामदेव ने वादा किया है की वह ब्लैक फंगस , वाइट फंगस तथा येलो फंगस ये तीनो की दवा एक सप्ताह के अंदर लाने वाले है ।
हाल ही में चल रहे बाबा रामदेव VS IMA का विवाद के बाद उन्होंने यह फैसला लिया,kya आपको पता हिअ विवाद का करण आइये जाने है क्यों हुआ था बाबा रामदेव हुए IMA के विवाद ,बाबा रामदेव (Baba Ramdev) और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के बीच विवाद एक बयान को लेकर शुरू हुआ था. बाबा रामदेव ने मॉडर्न एलोपैथी को स्टुपिड और दीवालिया साइंस करार दिया था. हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की अपील पर उन्होंन अपना बयान वापस ले लिया था।
बाद में बाबा रामदेव ने यह भी खा की मै डाक्टरों के खिलाफ नहीं हु मै तो यह विवाद बस माफिया लोगो के लिए किया था । जो की 2000 का टेस्ट गैर क़ानूनी के आधार पर 10000 हजार का कर रहे थे । अब योगगुरु स्वामी रामदेव (Yog Guru Swami Ramdev) ने दावा किया है कि वह एक सप्ताह के अंदर ब्लैक फंगस (Black Fungus) की आयुर्वेदिक दवा लेकर आने वाले हैं. जोकि काफी असर दर होगी इस नई महामारी में ।
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