इन राशियों की चमकेगी किस्मत – वट सावित्री-शनि जयंती होगी एक साथ, 10 जून को सूर्यग्रह
10 जून को सूर्य ग्रहण आने वाला है, जिसमें कई राशियों की किस्मत चमकने वाली है। विख्यात कुंडली विश्ल़ेषक अनीष व्यास ने बताया कि इस सूर्य ग्रहण का सबसे अधिक प्रभाव वृषभ राशि पर दिखाई देगा। इसके साथ ही यह अन्य राशियों को भी प्रभावित करेंगे। जानिये पूरी खबर को।
इस साल का पहला सूर्यग्रहण 10 जून को आने वाला है, यह साल का दूसरा ग्रहण होगा। इसके पहले 26 मई को चंद्रग्रहण हुआ था। सूर्य ग्रहण भारतीय पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को लगेगा, आपको बता दे की यह सभी जगह पर दिखाई नहीं देगा।

भारत में नहीं दिखेगा सूर्यग्रहण, क्या रहेगा समय
10 जून को होने वाले सूर्यग्रहण को ज्यादा जगह पर नहीं देखा जाएगा। भारतीय समयानुसार ग्रहण दोपहर 1:43 मिनट पर शुरू होगा जो उस दिन दोपहर 3:25 मिनट पर कंकणाकृति आरंभ होकर 4:59 मिनट तक रहेगा। समय के अनुसार सूर्यग्रहण का मध्य 4 बजकर 12 मिनट पर होगा और यह 6:41 मिनट पर समाप्त हो जायेगा। इसकी अधिकतम दृश्यता 3 मिनट 48 सेकंड की होगी, साल का पहला सूर्य ग्रहण अमेरिका के उत्तरी भाग, यूरोप, एशिया में भी आंशिक सूर्यग्रहण होगा और यहां भी कुछ जगह पर देखा जा सकेगा।
सूतक काल भी नहीं होगा मान्य
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार इस बार लगने वाले सूर्य ग्रहण का असर हमारे यहां पर कम होगा। भारत में सूर्य ग्रहण नहीं दिखने की वजह से सूतक काल को नहीं माना जाता है। इस ग्रहण का सबसे ज्यादा असर अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और अटलांटिक जैसे देशों रहेगा और आप यहां से इसे देख भी सकेंगे।
इन राशियों पर होगा प्रभाव
कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यासजी के द्वारा बताया गया है, की इसका सबसे ज्यादा असर वृषभ राशि वालो पर होगा। क्योंकि सूर्य ग्रहण इस राशि में ही लगने वाला है, और इसका असर भी इन्ही पर ज्यादा देखने को मिलेगा। इस राशि वाले को अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा और उन्हें सूर्यग्रहण को सीधे नहीं देखा है। इसके अलावा इन्हे धन के मामले में भी सावधानी रखना होगी। सूर्यग्रहण के दौरान नक्षत्र मृगशिरा में रहेगा, जिससे वृषभ राशि में जन्मे मृगशिरा नक्षत्र के व्यक्ति को विशेष सावधानी रखनी चाहिए।
देख सकेंगे रिंग ऑफ फॉयर
इस खगोलीय घटना को एक घंटे तक आप देख सकते है, इसमें आपको रिंग ऑफ फॉयर का नजारा देखने को मिलेगा। जिसमे सूर्यग्रहण के दौरान पृथ्वी पर एक साया-सा उभरता है. और सूर्य की रोशनी वलयाकार दिखती है। जिसे हम रिंग ऑफ फॉयर कहते है।