हम अक्सर फिल्मों में देखते आये हैं कि फिट रहने वाले 6 एब्स पैक वाले टाल-डॉल लोगों को हैंडसम माना जाता है। बल्कि वही फ़िल्म के हीरो भी होते हैं कहने का मतलब ये है कि जिनके पास बॉडी है वही हीरो कहलायेंगे या उन्हें ही फ़िल्म में हीरो लिया जाएगा। पिछले कई सालों से हम यही देखते आये हैं आपने खुद नोटिस किया होगा बॉलीवुड में खुद यही पेरसेप्सन्स चल रहा है कि जिनकी बॉडी हुई 6 एब्स पैक होंगे तभी आप फ़िल्म के हीरो होंगे।
लेकिन आज के आर्टिकल में हम आपको उन लोगों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके पेट बाहर होते हैं। जिन्हें हमारे यहां सिर्फ कॉमेडी या कैरेक्टर में काम दिया जाता है या जिन्हें फिल्मों के बाहर की दुनिया मे मोटा या तोंदू कह के चिढ़ाया जाता है।
इथियोपिया यहाँ के सुदूर इलाके में हर साल एक प्रतियोगिता कराई जाती है जिसमे भाग लेने वालों की सबसे ज़्यादा संख्या उनकी होती है जिनके पेट बाहर होते हैं बल्कि हमारे यहां जिन्हें तोंदू या मोटू के नाम से संबोधित किया जाता है। ऐसे लोग ही उस प्रतियोगिता में भाग लेते हैं और उन्हीं में से सबसे ज़्यादा तोंदू जिनके पेट सबसे ज़्यादा बाहर होते हैं उन्हीं को सबसे हैंडसम का खिताब दिया जाता है उन्हें ही उस साल का हीरो माना जाता है ना कि बॉडी टाइप लोगों को।
उस प्रतियोगिता को जीतने के लिए लोग 6 महीने पहले से ही तैयारियां शुरू कर देते हैं। लोग अपना वजन बढ़ाने लगते हैं पेट बाहर करने लगते हैं ताकि वो ये प्रतियोगिता बड़े आसानी से जीत के उस गॉंव का सबसे हैंडसम व्यक्ति कहला सकें। सबसे हैंडसम आदमी का खिताब जीतने के बाद यहाँ शादी करने के लिए लड़कियों के बीच में लड़ाई भी शुरू हो जाती है।
इस प्रतियोगिता की तैयारियों के लिए लोग 6 महीने पहले से ही गॉंव छोड़कर दूसरी झोपड़ियों में चले जाते हैं जहां वो अच्छी डाइट दूध और गाय का खून पीते हैं ताकि उनके आस पास जल्दी चर्बी इकट्ठा हो जाये और वो उन लड़कियों के बीच सबसे मोटे होकर उस खिताब को आसानी से जीत के लड़कियों के बीच में अपनी पहचान गॉंव के सबसे हैंडसम के रूप में बना सकें। आपको बता दें कि गाय के दूध और खून को पीने और दूसरी झोपड़ियों में रहने से बीमारी बढ़ने का भी खतरा बढ़ जाता है। यहाँ तक कि उन 6 महीने जब वो प्रतियोगिता की तैयारी में डाइट पर रहते हैं तब तक उन्हें सेक्स करने की अनुमति नहीं होती अपनी झोपड़ियों से वो प्रतियोगिता के समय निकलते हैं।