प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी इसी सप्ताह में सत्ता में अपना सात साल पूरा करेंगे । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता में गिरावट को लेकर काफी बवाल और बहस चल रही है।हालाकी इस समय कठिन परिस्थितियों से जूझ रही भाजपा सरकार और मोदी जी की इतने जगह सोशल मीडिया पर आलोचनाएं भी की गई है । मगर यदि देखा जाय हाल ही में जारी सर्वे के मुताबिक मोदी जी को चाहने वालो की संख्या 63 प्रतिशत से घटकर 38 प्रतिशत तक आ गई है।
जबकि वैश्विक संगठन मॉर्निंग कंसल्ट के अनुसार, मई 2020 के 68 फीसदी से घटकर 33 फीसदी पर आ गई है। निराशा और संकट की भयावहता को देखते हुए ये निष्कर्ष आश्चर्यजनक नहीं हैं। महामारी की दूसरी लहर के प्रबंधन में सरकारों (केंद्र और राज्यों) ने टीकाकरण को एकमात्र रामबाण मान लिया है।
दरअसल बात यह है की अगले प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार कौन हो सकता है । जिसमे 33% मोदी जी के समर्थक है जबकि राहुल गांधी 11.6 प्रतिशत महागठबंधन बनने पर भी कुछ खास नहीं हो पाएगा-ऐसा कहने वालों का अनुपात आठ से 18 प्रतिशत तक बढ़ गया है। दरअसल इस समय महामारी के दूसरी लहर ने पुरे भारत को झकझोर के रख दिया है ऐसे में निस्संदेह, पूरे भारत में लोगों के दुख और गुस्से में इसकी प्रतिक्रिया दिखती है।
मगर सोचने की बात यह है की अगर अगले प्रधान मंत्री मोदी नहीं तो कौन बनेगा । इसमें आपकी क्या रॉय है अवश्य बताये ।
अरविंद केजरीवाल