अगर एक कार आपके घर के बाहर खुले में साढ़े पाँच साल से खड़ी रहती है और कोई मेंटेनेंस भी नहीं होता है तो क्या वो चलाने की स्थिति में रहेगी, आप ऐसी कार का क्या करेंगे?
शायद आप कार को बेचने की सोचेंगे या उसकी मररम्मत करा कर इस्तेमाल लायक बनाएंगे।
लेकिन अगर कार की जगह कोई विमान हो, और वो भी दूसरे देश का जो साढ़े पाँच साल से भारत में किसी एयरपोर्ट पर पड़ा हो तो… ऐसा एक मामला भारत में ही है।
बांग्लादेश का एक यात्री विमान पिछले साढ़े पाँच साल से इसी तरह से रायपुर एयरपोर्ट पर खड़ा है।हवाई जहाज़ की पार्किंग का किराया न दे पाने के कारण यह विमान यही पर है। बांग्लादेश की यूनाइटेड एयरवेज़ ने रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट में खड़े अपने हवाई जहाज़ को बेचकर, एयरपोर्ट का लगभग डेढ़ करोड़ का पार्किंग शुल्क चुकाने का वादा किया है।
यूनाइटेड एयरवेज़ ने इसके लिए नौ महीने का समय मांगा है।
यूनाइटेड एयरवेज़ का यह हवाई जहाज़ पिछले 68 महीनों (साढ़े पाँच साल) से रायपुर एयरपोर्ट पर खड़ा है और कई बार दोनों देशों के पत्राचार के बाद भी इस हवाई जहाज़ को ले जाने और रायपुर एयरपोर्ट का पार्किंग शुल्क चुकाने का मामला हवा में लटका हुआ है।
बांग्लादेश का यह विमान आपातकालीन स्थिति में 7 अगस्त 2015 को रायपुर में उतरा था।हवाई जहाज़ जब वाराणसी और रायपुर के हवाई क्षेत्र के बीच में था, तभी इसके एक इंजन में आग लग गई।रायपुर एयरपोर्ट के अधिकारियों के अनुसार इस हवाई जहाज़ में दो इंजन लगे थे और एक इंजन में ख़राबी के बाद इसका उड़ना संभव नहीं था।इसके बाद इस हवाई जहाज़ ने आपातकालीन स्थिति में रायपुर एयरपोर्ट में उतरने की अनुमति मांगी।