कालीदास को कौन नहीं जानता, कालीदास को उनके साहित्य के लिए लोग याद करते हैं कालीदास के कुछ ऐसे किस्से भी हैं जिनकी वजह से लोग उन्हें कहावतों के रूप में भी याद करते हैं। ऐसी एक वजह है जिससे कोई अपरिचित नहीं है।
कालीदास जिस डाल पर बैठे थे उसी डाल को काट रहे थे इस घटना के बाद कालीदास आज हिन्दी साहित्य से ज्यादा इस घटना के लिए जाने जाने लगे।
कलयुग में भी इसका एक उदाहरण देखने को मिल गया सोशल मीडिया पर देखा गया कि एक आदमी जिस पेड़ पर खड़ा होता है उसे वह काटने लगता है ऐसे में कालीदास की याद आना स्वाभाविक है।
ऐसा करने के बाद उस कल योगी कालिदास का क्या हाल हुआ होगा यह उसे जिंदगी भर याद रहेगा, लेकिन उस वीडियो को देख कर हंसी खूब आती है और हैरानी होती है कि लोग ऐसा कैसे कर सकते हैं। क्या उन्हें यह बात समझ में नहीं आती कि जो वह कर रहे हैं उससे उन्ही का नुकसान होगा।लेकिन हां उस समय के कालीदास ने जो किया उससे उन्हें लोग मूर्ख समझते थे लेकिन उसी मुर्ख कालिदास ने जिन साहित्य को लिखा उसे आज भी लोग पढ़ते हैं। वह आज भी किताबों का हिस्सा है उनमें मेघदूतम,शाकुंतलम् ,अभिज्ञान जैसे रचनाएं आज भी बच्चों को किताबों के जरिए ज्ञान प्रदान करती है।
आज के कालीदास को देखकर नहीं लगता है कि वह किसी रचना के रचनाकार होंगे। जिन्हें यही नहीं पता कि केले के पेड़ पर चढ़ा ही नहीं जाता है तो वह रचना क्या लिखेंगे। कालीदास एक महान ज्ञानी थे लेकिन इस कालीदास को कौन समझाए।