भारत के थिएटर्स में रिलीज होने वाली सभी फिल्मो को सबसे पहले सेंसर बोर्ड के सामने से गुजरना होता है। सेंसर बोर्ड भारत में बनने वाली फिल्मो की समीक्षा करता है, उसके बाद ही उन फिल्मो को केटेगरी के अनुसार रिलीज होने की अनुमति प्रदान करता है। अगर फिल्म में उसकी कुछ विवादित लगता है तो उसे मेकर्स से हटाने के लिए कहा जाता है। जिसके बाद कैटेगरी सर्टिफिकेट दिया जाता है। इसके बाद ही फिल्म को रिलीज किया जाता है।
आज हम आपको 4 ऐसी फिल्मो के बारे में बतायेगे जिन्हे सेंसर बोर्ड के द्वारा बेंड किया गया था। इसका कारण उनमे ज्यादा अश्लीलता को दर्शाया गया था।
द पेंटेंड हाउस
द पेंटेंड हाउस फिल्म एक बुजुर्ग और एक जवान लड़की के ऊपर बनाई गयी फिल्म थी। यह 2015 में आयी आयी थी लेकने फिल्म में दिखाए गए कुछ सीन्स के कारण इसको सेंसर बोर्ड ने बेंड कर दिया था। इसमें एक बूढ़े शख्स और जवान लड़की के बीच संबंधों को दर्शाया गया था।
सिंस
साल 2005 में आई फिल्म सिंस यशराज बैनर तले बनाई गयी फिल्म थी। इसमें एक जवान लड़की और चर्च के पादरी के प्रेम प्रसंग पर आधारित कहानी को दिखाया गया था। जिसके बाद यह फिल्म विवादों से घिर गयी और इस फिल्म को लेकर ईसाई धर्म के लोगों ने आपत्ति जताई थी। जिसके बाद इसे बंद किया गया।
पांच
यह फिल्म 2003 में बनाई गयी थी लेकिन रिलीज के पहले से इसे रोक दिया गया था। फिल्म पांच उन विवादित फिल्मों में से एक है जो परदे तक ना पहुंच सकी। इसका कारण फिल्म में अश्लीलता नहीं बल्कि अत्यधिक हिंसा और नशाखोरी को दिखाया जाना था, जिसके कारण इसे रिलीज की परमिशन नहीं दी गयी।
अनफ्रीडम
4 बेंड फिल्मो में अनफ्रीडम मूवी का नाम भी आता है। इस फिल्म का निर्माण साल 2014 में किया था। यह फिल्म समलैंगिक रिश्ते पर बनाई गयी थी जिसमे दो लड़कियों को दिखाया गया था की किस तरह से उन्हें एक दूसरे से प्यार हो जाता है। यह समलैंगिक रिश्तों पर आधारित थी फिल्म में ज्यादा अश्लीलता होने के कारण सेंसर बोर्ड ने इसे रिलीज करने की मंजूरी नहीं दी थी। इस फिल्म का निर्माण अमित कुमार द्वारा किया गया था।