शोधकर्ताओं का मानना है कि समुद्र में रहने वाला ये आक्टोपस कलर ब्लाइंड होता है रंगों की पहचान न होने के बावजूद यह 0.3सेकंड से भी कम समय में रंग बदल सकता है। ऐसा तब होता है जब ऑक्टोपस को अपने आसपास किसी खतरे का अहसास हो। खतरे की दशा में वातावरण के अनुकूल बदल जाने की प्रक्रिया को camouflaging कहते हैं, जो कि गिरगिट में भी देख सकते हैं।
एक ऑक्टोपस के शरीर में 3 दिल,9 दिमाग और उसके खून का रंग नीला होता है।
आक्टोपस एक समुद्री जन्तु है यह समुद्र की गहराइयों में पाया जाता है। आक्टोपस को ‘अष्टक भुजा’ वाला भी कहा जाता है लेकिन असल में भुजा तो छः ही होती है दो इसके पैर होते हैं। एक आक्टोपस 1.5 से.मी. से 5 फीट तक हो सकता है। ये ऐसा जंतु है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। इसका खून भी हम आपकी की तरह लाल नहीं बल्कि नीले रंग का होता है।आक्टोपस के पास 3 दिल होते हैं।तीनों ही के काम अलग-अलग बंटे हुए हैं। एक दिल सिस्टमिक दिल कहलाता है ये खून को ऑक्टोपस के पूरे शरीर और पैरों तक पंप करने का काम करता है। दूसरे दोनों दिल ब्रांकियल दिल कहलाते है।इनका काम है deoxygenated यानी ऑक्सीजन-रहित खून को पूरे शरीर से इकट्ठा करके दोनों गिल्स और फिर वहां से सिस्टमिक दिल तक पहुंचाना ताकि खून ऑक्सीजन के साथ वापस शरीर में जाये।
फुटबॉल वर्ल्ड कप में अपनी भविष्यवाणियों से लोगों को चौंकाने वाला पॉल ऑक्टोपस को लोगों ने पंडित पॉल का नाम दिया। ये वो ऑक्टोपस था, जिसने एक के बाद एक 7 मैचों में विजेता के बारे में हिंट दिया और भविष्यवाणी सही भी निकली।साल 2010 में पॉल की मौत के बाद उसका एक खूबसूरत स्मारक भी बनवाया गया।
इस रहस्यमयी जंतु के शरीर में 9 दिमाग होते हैं। मुख्य एक दिमाग सेंटर में होता है। बाकी के आठ मस्तिष्क इसकी भुजाओं में होते हैं, जो सोचने-समझने और खतरे की स्थिति में फैसले लेने का काम करता है।
इस अजीब दिल-दिमाग वाले जंतु कइस अजीब दिल-दिमाग वाले जंतु का रक्त भी कुछ कम अजीब नहीं ऑक्टोपस का रक्त लाल नहीं, बल्कि नीले रंग का होता है।हमारे रक्त में आयरन वाला हीमोग्लोबिन होने के कारण हमारे रक्त का रंग लाल होता है। जबकि आक्टोपस में कॉपर यानी तांबे के साथ साइनोग्लोबिन होता है।जो हमारे हीमोग्लोबिन की तरह काम करता है।तांबे की उपस्थिति के कारण इसका खून नीला होता है वैसे ऑक्सीजन के प्रवाह में तांबा आयरन से कमजोर है इसलिए ऑक्टोपस इंसानों से जल्दी थक जाता है।
अजीब से और लचीले दिखने वाले ऑक्टोपस में अच्छे होममेकर के पूरे गुण होते हैं।ये कभी भी अपना घर गंदा नहीं रखता और रोज सुबह अपने घर की सफाई करता है।सफाई में समुद्री रेत हटाना और पिछली रात के बचे खाने को बाहर फेंकना भी शामिल है।ये हर थोड़े दिनों में अपना घर बदलते रहते हैं और किसी भी अंधेरी चट्टान के बीच या किसी खोह की सफाई कर, उसे चट्टानों के मजबूत टुकड़ों से पूरी तरह से ढंक उसमें रहने लगते हैं।