हम अपने शरीर को बेहतर बनाने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं जो जैसा बताता है हम वैसा करने लगते हैं हालांकि हम अपने शरीर को निखार के बेहतरीन दिखने के लिए ऐसा करते हैं या उत्सुक होते हैं। जिम गए तो ट्रेनर हमें प्रोटीन भी खिला देता है और हैं अपने बॉडी के लिए वो भी कर लेते हैं पर क्या हमें पता है कि जिम जाएं या अखाड़ा हमारे लिए पुशअप्स इनसे से ज़्यादा ज़रूरी और फायदेमंद है। आइये जानते हैं आज इसके बारे में
पुशअप करने के फायदे
पुशअप्स हमारे शरीर की मजबूती के लिए काफी फायदेमंद है. इसलिए चाहे जिम जाने वाले लोग हों या अखाड़े में पहलवानी करने वाले लोग, हर कोई पुशअप करना पसंद करता है. पुशअप्स को आप घर या कहीं भी कर सकते हैं. यह जितनी प्रभावशाली एक्सरसाइज है, उतना ही इसे करना आसान है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपको एक दिन में कितने पुशअप्स करने चाहिए और पुश अप के फायदे (benefits of push ups) क्या हैं?
एक दिन में कितने पुश अप करने चाहिए?
अगर आप यह जानना चाहते हैं कि एक दिन में कितने पुश अप करने चाहिए, तो इसका जवाब है कि ऐसा कोई नियम नहीं है. हालांकि, एक्सरसाइज करने वाले लोगों से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि एक स्वस्थ व्यक्ति एक बार में औसतन 20-25 पुशअप्स कर सकता है. हालांकि, नियमित अभ्यास से यह गिनती 40-50 या उससे ज्यादा भी बढ़ाई जा सकती है.
पुशअप्स क्यों किया जाता है
पुशअप्स करने से निम्नलिखित फायदे प्राप्त होते हैं. जैसे-
1:- पुशअप्स आपकी अपर बॉडी (शरीर का ऊपरी हिस्सा) को मजबूत बनाने में मदद करता है. इससे छाती, कंधे, हाथ ताकतवर बनते हैं और मसल्स उभरती हैं.
2:- पुशअप्स को अगर सही तरीके से किया जाए, तो यह अपर बॉडी के साथ पेट की मांसपेशियों के लिए भी फायदेमंद है. इससे शरीर की स्थिरता भी बढ़ती है.
3:- आप पुशअप्स को कार्डियो वर्कआउट (Push ups in cardio workout) में भी शामिल कर सकते हैं. इसे करने से आपका दिल ज्यादा तेज धड़कने लगता है और खून को पंप करने की उसकी क्षमता बढ़ती है.
4:- यह एक शारीरिक वजन उठाने वाली एक्सरसाइज है, इसलिए यह हड्डियों को मजबूत बनाने में भी मदद करती है.
5:- पुश-अप्स करने से झुके हुए कंधे या रीढ़ की हड्डी को सीधा होने में मदद मिलती है. जिससे आपका बॉडी पोस्चर सुधर जाता है.
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है. आप अपने शरीर के हिसाब से ही अपने पुशअप को निर्धारित करें। पुशअप करने के कुछ सही विधियां देख लें या अपने सीनियर से पूछें।