हमारा देश एक धार्मिक देश है यहां कई धर्म और जाति के लोग रहते हैं।सब की अपनी आस्था और परम्परा अलग-अलग हैं सब धर्म के लोगों की पूजा अर्चना का अपना -अपना तरीका है। अगर हम हिंदू धर्म की बात करें तो हिंदू धर्म में देवी-देवताओं की पूजा होती है।कुछ भगवानो की प्रतिमा घर में रखना शुभ नहीं माना जाता है।
हिंदू धर्म के लोग अपने घर में एक पूजा का स्थान अवश्य बनाते हैं जिसको मंदिर कहा जाता हैं। हिंदू धर्म के लोग अपने घर में नियमित समय सुबह और शाम पूजा पाठ करते हैं। समय समय पर भजन कीर्तन भी करवाते रहते हैं। ऐसी मान्यता है कि अगर घर के मंदिर में रोजाना नियमित रूप से पूजा की जाए तो इससे घर की परेशानियां दूर होती हैं और भगवान का आशीर्वाद परिवार के लोगों के ऊपर बना रहता है।
अगर घर में पूजाघर बनाया जाता है तो उसमें देवी-देवताओं की मूर्ति या तस्वीर लगायी जाती है और इन प्रतिमाओं और तस्वीरों की रोजाना पूजा अर्चना की जाती है परंतु ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुछ ऐसी मूर्तियां भी हैं जिनको हमारे घर में नहीं होना चाहिए और ना ही पूजा घर में इसको रखकर पूजा करनी चाहिए अन्यथा इसकी वजह से लाभ की जगह नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते है कुछ ऐसी मूर्तियों के बारे में जिनको घर के अंदर नहीं रखना चाहिए।
शनि महाराज
शनि देव को न्याय प्रिय कहा जाता हैं यह मनुष्य को अपने कर्मों का फल देते हैं। इनका पूजन घर में करने से ये मनुष्य के जीवन में बांधा उत्पन्न करते हैं। इसलिए इनका पूजन घर से बाहर ही किया जाता है।घर में इनको विराजमान करना शुभ नहीं माना जाता।
राहु-केतु
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु-केतु पापी ग्रह माने गए हैं। शास्त्रों में राहु-केतु को क्रूर माना गया है, इसलिए इनकी मूर्तियों को कभी भी घर में नहीं रखना चाहिए और ना ही पूजा करनी चाहिए। इन दोनों की मूर्ति को पूजा घर से बाहर ही रखना शुभ माना जाता है।
नटराज की मूर्ति
नटराज की मूर्ति को हम गौर से जाने तो उसमें भगवान शिव का रौद्र रूप नज़र आता है। रौद्र का मतलब है गुस्सा (क्रोध)। अगर आप अपने घर के अंदर भगवान शिव जी के क्रोधित रूप को रखते हैं तो इसकी वजह से परिवार की शांति भंग हो जाती है और घर में क्लेश और अशांति होती हैं। इतना ही नहीं बल्कि अगर नटराज की मूर्ति को रोजाना देखा जाए तो इसकी वजह से व्यक्ति का स्वभाव भी क्रोधित होने लगता है। व्यक्ति अधिक गुस्सा करने लगता है। इसलिए आप अपने घर के अंदर नटराज की मूर्ति ना रखें।
भैरव महाराज
भैरव महाराज की मूर्ति को घर के अंदर नहीं रखना चाहिए। भैरव महाराज को भी शिव का ही रूप माना जाता है।भैरव महाराज को तंत्र का देवता माना गया है इनकी पूजा भी तंत्र काम के लिए की जाती है इसलिए आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि भैरव महाराज की मूर्ति को घर के अंदर नहीं बल्कि घर के बाहर स्थापित करें।