अपनों की पहचान हमेशा दुःख में होती है । लेकिन इस समय न कोई अपना न कोई पराया है । क्योकि जिसको कोरोना का गाल निगल ले रहा है उसे कंधे देने के लिए लोग तो क्या घर पर भी कोई नहीं जा रहा है देखने के लिए भी ऐसी ही एक घटना जौनपुर के मडियाहू जिले की है ।मामला मड़ियाहूं कोतवाली क्षेत्र के अम्बरपुर गांव का है।गांव निवासी तिलकधारी सिंह की पत्नी राजकुमारी (56) ने जिला अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
एंबुलेंस से शव लेकर तिलकधारी गांव पहुंचे। अंतिम संस्कार के लिए शव घाट तक ले जाने में पड़ोसियों का सहयोग मांगा, लेकिन कोरोना से मौत बताकर कोई भी आगे नहीं आया। हालात के आगे बेबस तिलकधारी को और कोई उपाय नहीं दिखा तो पत्नी के शव को अपनी साइकिल पर रखकर अकेले ही अंतिम संस्कार करने की ठान ली।
अचानक ये बात पुलिस को पता चली तो पुलिस ने जाकर साथ में उनका दाह संस्कार करवाया इसके साथ ही उनके साथ ही अंतिम संस्कार का खर्च भी उठाया ।