कोरोना महामारी पुरे विश्व में फैली हुई है, और इसने कई लोगो की जान ले ली है। इस समय यूरोप के कई देशों में कोरोना वायरस के मैक्सिकन वैरियंट ने तबाही मचाई हुई है। इसमें नए तरह के स्ट्रेन का पता चला है, जिससे वैज्ञानिक भी बहुत परेशान है।
मेक्सिको सिटी में मचा रहा तबाही.
दुनियाभर में अभी तक कोरोना के कई वैरियंट देखने की मिले है, लेकिन मैक्सिकन वैरियंट ने तबाही मचाई हुई है। मेक्सिको में म्यूटेट हुए इस वायरस के खतरनाक स्ट्रेन ने यूरोप के कई देशों को प्रभावित किया हुआ है। इस पर किसी तरह की दवाई का असर कम देखने को मिल रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है, की यह वैरियंट पहले के सभी स्ट्रेन की तुलना में ज्यादा खतरनाक है। इस तरह के मामलों में मेक्सिको के इस वैरियंट की संख्या संक्रमित लोगों की संख्या में 52.3 फीसदी है।
डब्लूएचओ ने दिया इसे नया नाम
इस स्ट्रेन को वैज्ञानिक ने T478K के नाम दिया है। यह वैज्ञानिको द्वारा दिया गया नाम है, लेकिन हम सभी इस वेरियंट को मैक्सिकन वैरियंट के रूप में जानते है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपने सिस्टम के तहत अभी इस नए ए हुए वेरियंट का नाम नहीं रखा है। डब्लूएचओ अपने तरिके से सभी वेरियंट को अलग अलग नाम देता है, इसके लिए वह ग्रीक अक्षरों का उपयोग करता है।
यूरोप के इन देशों तक पहुंचा मैक्सिकन वैरियंट
मैक्सिकन वैरियंट अभी तक यूरोप के कई देशो को अपनी जपेट में ले चूका है, जिसमे जर्मनी, स्विट्जरलैंड, स्वीडन और इटली जैसे देश शामिल है। यह वैरियंट इंसानों के इम्यून सिस्टम में पाए जाने वाले एंटीबॉडीज के साथ बदलकर मरीज को दी जा रही दवाई को निष्क्रिय कर सकता है। मैक्सिकन वैरियंट से संक्रमित मरीज को ठीक होने में भी काफी समय लगत है।
भारत में भी मिला कोरोना का नया वैरियंट –
भारत भी इस समय कोरोना महामारी से लड़ रहा है। नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) ने कोविड-19 के नए वेरिएंट B.1.1.28.2 का पता लगाया है। जिसमे कई नए लक्षणों को दिखाया है। अभी जो नया वेरिएंट यूनाइटेड किंगडम और ब्राजील से भारत आए लोगों में मिला है। नया वेरिएंट संक्रमित लोगों में गंभीर लक्षण पैदा कर सकता है। जिससे उनकी जाना का खतरा बना हुआ है। यह वेरिएंट कितना गंभीर है और वैक्सीन असरदार है या नहीं, इसके लिए स्क्रीनिंग की जरूरत बताई गई है।