देश में हर रोज कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी के मद्देनजर केंद्र सरकार देश के उन 150 जिलों में लॉकडाउन पर विचार कर रही है जहां संक्रमण दर 15 फीसद से ज्यादा है। हालांकि यह फैसला संबंधित राज्यों से विचार-विमर्श के बाद ही लिया जाएगा। मंगलवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से लॉकडाउन की सिफारिश की गई थी। मंत्रालय का मानना है कि अभी संक्रमितों का आंकड़ा और पॉजिटिविटी रेट को नियंत्रित करना आवश्यक है।
प्रधान मंत्री ने कहा था अंतिम विकल्प लॉक डाउन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को किए गए संबोधन में लॉकडाउन को संक्रमण रोकने का अंतिम उपाय बताया था उन्होंने इसे अंतिम विकल्प बताते हुए कहा था कि अभी सरकार पर्याप्त आक्सीजन, बेड और वैक्सीन का प्रबंध कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता को संबोधित कर कहा था कि यदि आप सभी एकजुट हो जागरूकता पैदा करते हैं तो लॉकडाउन की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने कहा था, ‘मैं राज्यों से अपील करता हूं कि वे अंतिम उपाय के रूप में लॉकडाउन का उपयोग करें। हमारा माइक्रो कंटेनमेंट जोन की ओर ध्यान होना चाहिए।’
हर रोज नए केस साढ़े तीन लाख के पार
बीते कुछ दिनों से लगातार नए केस में वृध्दि का दर हर रोज बढ़ोतरी के तरफ ही है पिछले 24 घंटे के दौरान 3 लाख 62 हजार नए केस मिले जबकि 3285 लोग अपने जान से हाथ धो बैठे । इसलिए अब वो समय आ गया है की राज्य सरकार अंतिम उपाय के रूप में लॉकडाउन का उपयोग करें। लॉक डाउन इन राज्यों में महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली कर्नाटक, केरल, छत्तीसगढ़, बंगाल, तमिलनाडु, गुजरात और राजस्थान हैं।