कोरोना वायरस एक ऐसी महामारी जिसके बारे में पूरा विश्व जान रहा ही है । अभी कोरोना की दूसरी लहर का हल देख भारत की साथ साथ पूरा देश देख रहा था की किस प्रकार से देश में महामारी के फल स्वरुप कभी पूरे हॉस्पिटल में बेड उपलब्ध नहीं था।और ऑक्सीजन के लिए कितनी मगजमारी हो रही थी हलाकिअभी थोड़ा सा कोरोना की महामारी अपने लेबल में कमी लाई है । जिससे देश में थोड़ा सा राहत की सांस मिली है कोरोना के दूसरी रहें पूरे देश को तबाह कर दें।
कोरोना ने देश को तबाह के साथ-साथ आर्थिक स्थिति में लगभग में 20 साल पीछे छोड़ चुका है जिसको सुधार करने में कम से कम आने वाले 20 साल लग जाएंगे जिससे लगभग में आर्थिक तंगी एक नई समस्या बनकर उभर रही है भारत देश में अभी कोरोना दूसरी लहर खत्म नहीं हुई तब तक वैज्ञानिकों के अनुसार बताया जा रहा है कि तीसरी लहरी कुछ दिनों में या कुछ महीनों में आ सकती है ।
देश में कोरोना की दूसरी लहर का पीक गुजर चुका है. तमाम राज्यों में केस घट रहे हैं. साउथ के कुछ राज्यों में मुश्किल बची है, लेकिन अब देश के सामने सबसे बड़ी आफत है वो है तीसरी लहर. क्या दूसरी के बाद अब तीसरी लहर कहर बरपाएगी. हम कितने तैयार हैं इस तीसरी लहर के लिए और इस लहर से बचने के लिए किन मोर्चों पर काम करना होगा, इसको लेकर विशेषज्ञों ने चर्चा की कोरोना की तीसरी लहर देश के लिए सबसे बड़ी चिंता बनकर उभरी है। कोरोना दूसरे लहर का दहसत अभी भी बरकरार है जबकि तीसरी की चेतावनी देश के लिए सबसे बड़ी चिंता है ।
तीसरी लहर से पहले भारत की इस प्रकार से तैयारी करनी चाहिए ।
- अस्पताल में बेड।
- जाँच की लिए लैब ।
- दवाई की इंतज़ाम ।
- ऑक्सीजन का इंतजाम ।
- टेस्टिंग किट का इंतजाम ।
- ये चीजे अहम् है जो की देश को कोरोना की तीसरी लहर आने से पूर्व भारत को इन मुद्दे पर विशेष रूप से तयारी कर लेनी चाहिए ।