वैसे तो गिरना और उठना संसार की रीती है । मगर आज हम आपको एक ऐसे क्रिकेटर के बारे में बता रहे है । जो की गुजरात के सकारिया राजकोट से 180 किलोमीटर दूर वरतेज गांव से आते हैं. सकारिया बचपन से एक बल्लेबाज़ बनना चाहते थे. लेकिन जब वो क्लास ग्यारह में आए तो वो तेज़ गेंदबाज़ी की तरफ मुढ़ गए. इसकी वजह भी कोई खास नहीं बल्कि ये थी कि तेज़ गेंदबाज़ी करने वालों को स्कूल में जमकर भाव मिलता था.
इनकी घर की स्तिथि इतनी ख़राब थी की इनके पास जूते नहीं होते थे खेलने जाने के लिए तो यह अपने दोस्तके जूते पहन के जाते थे ।इसके अलावा घर के हालात ठीक नहीं थे तो 16 साल की उम्र तक सकारिया को कुछ खास कोचिंग भी नहीं मिली. उन्होंने खुद ही टेनिस बॉल क्रिकेट खेलकर अपनी तकनीक सेट की. जब सकारिया 17 साल के थे तो उन्हें क्रिकेट में वर्कलोड के बारे में ज़्यादा जानकारी भी नहीं थी. उन्होंने तेज़ गेंदबाज़ी करने की प्रेक्टिस शुरू की और खुद को चोटिल करवा बैठे. जिसके बाद वो लगभग एक साल के लिए क्रिकेट से दूर हो गए.
अब इस बार आईपीएल में अपने गेंदबाजी के डैम पर सबको प्रभावित किये हुए है