चाणक्य, एक महान विद्वान् थे उनकी बुद्धिमानी और कूटनीतियों ने कई राजाओं का उद्धार किया। उनकी नीतियों की वजह से चंद्रगुप्त जैसे चरवाहे ने राजा की गद्दी संभाली थी और एक महान शासक हुआ।उन्हें तराशने में आचार्य चाणक्य का बहुत ही बड़ा हाथ था। कूटनीतियों में माहिर होने के कारण इन्हें कौटिल्य की संज्ञा भी दी गई।
आचार्य चाणक्य की नीतियां आए दिन हम पढ़ते और सुनते हैं लेकिन उन पर अमल नहीं करते जिसकी वजह से हमारे जीवन में वो नहीं हो पाता जो हम सोचते हैं बल्कि वो होता है जो हम सोचते भी नहीं।
उनकी ही नीतियों की वजह से चंद्रगुप्त जैसे चरवाहे ने राजा की गद्दी संभाली थी और एक महान शासक हुआ। उनकी नीतियों से केवल एक साम्राज्य को ही लाभ नहीं हुआ बल्कि कई सारे साम्राज्य उनकी नीतियों पर ही चलकर स्थापित हुए।चाणक्य की नीतियां आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं जितनी कि पूर्व के समयों में हुआ करती थीं। हालांकि, आज हम उन नीतियों का अनुसरण करने से अपनी नजरें चुराते रहते हैं जो कि हमारे लिए ही नुकसानदेह होता है।
आचार्य चाणक्य ने बताया है कि धनवान लोगों के पास कुछ चीजें हमेशा ही रहती हैं।जिनके पास पैसा होता है, दोस्त भी उन्हीं के बनते हैं। क्यूंकि अगर आपके पास धन नहीं है तो कोई भी आपके समीप आना पसंद नहीं करेगा बल्कि लोग आपसे दूरी बनाने लगेंगे। आप उन्हें पैसों का प्रलोभन देंगे और वो आपके समीप आ जाएंगे लेकिन जैसे ही आप उन्हें कहेंगे कि आपके पास पैसे नहीं हैं, वैसे ही उनके स्वभाव में भी अचानक परिवर्तन देखने को मिल जाएगा।
आचार्य चाणक्य ने अपने एक श्लोक के जरिए अभिव्यक्त किया है कि जिस व्यक्ति के पास धन होता है, रिश्तेदार भी उन्हें भाव देते हैं। घर में भी उसी की महत्ता रहती है।सामाजिक रूप से वही सफल भी माना जाता है जिनके पास धन का अनुकूल भंडार हो।जो धन के बूते दुनिया की कोई भी चीज हासिल कर सके।जो व्यक्ति धन-धान्य से परिपूर्ण होता है, आज के समय में विद्वान भी उसे ही माना जाता है।
जीवन में धन का होना अत्यंत आवश्यक है।ये आपकी जरूरतों को पूरा करता है और आज के संदर्भ में अगर देखें तो ये मानसिक तौर पर भी आपको शांति का अहसास कराता है। हालांकि, कुछ समयों पर ऐसा नहीं हो पाता।