कोरोना के बढ़ते हालत को देखते हुए सभी अस्पतालों में दशा इस तरह ख़राब हो गई है । की न व्हीलचेयर खाली मिल रही न ही स्ट्रेचर और न बेड कोरोना के वजह से अस्पतालों में बस covid-19 के मरीज मिल रहे है । इसी दौरान कन्नौज के एक बेटे ने अपनी माँ का इलाज करने अस्पताल पहुंचा वहां उसके साथ भी वही हुआ उसे न ही व्हीलचेयर खाली मिल रही न ही स्ट्रेचर परेशां बेटे ने अपनी माँ का इलाज करने के लिए अपने कंधे पर अपनी माँ को लेके पूरा दिन अस्पताल के चक्कर लगाता रहा ।
80 साल की वृद्धा को नहीं मिली व्हील चेयर, बेटा ने माँ को गोंद में बैठा के करवाया इलाज ।
अस्पताल में कई कर्मचारियों ने देखकर भी इसे नजरअंदाज कर दिया। कानपुर के बिल्हौर निवासी राम विलास की 80 वर्षीय मां शांती देवी की तबीयत कई दिनों से खराब चल रही है। रामविलास मां का इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल आए थे। जहां राम विलास ने बताया कि अस्पताल में कई लोगों से कहने के बाद भी व्हील चेयर उपलब्ध न होने पर वह मां को पीठ पर लादकर इधर-उधर भटकते रहे। उसे बताया गया कि शुगर की जांच दूसरी मंजिल पर होेती है। मेरे पास कोई राष्ट न रहने के कारण मई अपनी माँ को पीठ पर बैठा के इलाज करवाने के लिए भटक रहा हु।