वॉशिंगटन: चीनी नौसेना की बढ़ती समुद्री ताकत से निपटने में लगी अमेरिकी सेना ने अपने सबसे नए एयरक्राफ्ट कैरियर पर भीषण बम हमले के असर का परीक्षण किया है। अमेरिकी नौसेना ने समुद्र के अंदर खौफनाक विस्फोट का वीडियो जारी किया है। करीब 18 हजार किलोग्राम के इस महाबम को एयरक्राफ्ट कैरियर गेराल्ड फोर्ड के पास बीच समुद्र में गिराया जिससे पानी के अंदर जोरदार धमाका हुआ और भूकंप आ गया।
अमेरिकी नौसेना ने इसे फुल शिप शॉक ट्रायल करार दिया है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक इस विस्फोट से समुद्र के अंदर रिक्टर पैमाने पर 3.9 की तीव्रता वाला भूकंप आ गया। यूएस नेवी ने गत शुक्रवार को यह परीक्षण फ्लोरिडा के डयटोना बीच से 100 मील की दूरी पर किया। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह का परीक्षण अपने आप में असामान्य घटना है।
देखें वीडियो-
महाविस्फोट का वीडियो अब वायरल
बताया जा रहा है कि अमेरिकी नौसेना ने बम का यह विस्फोट पानी के अंदर किया जबकि उनका एयरक्राफ्ट कैरियर पानी की सतह के ऊपर था। इस ट्रायल से यह पता चला कि बम हमले की सूरत में यह एयरक्राफ्ट कैरियर कितना उसे झेल सकता है और युद्ध के दौरान यह कितना प्रभावी साबित होगा। यूएसजीएस ने समुद्र में आए इस भूकंप को रेकॉर्ड किया है। इस महाविस्फोट का वीडियो अब वायरल हो गया है और अब तक 30 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है।
Ever wonder what a 40,000 pound explosive looks like from the bridge wing of a @USNavy aircraft carrier?
Watch footage from #USSGeraldRFord‘s first explosive event of Full Ship Shock Trials and find out! 🤯#ThisIsFordClass #WeAreNavalAviation #Warship78 pic.twitter.com/2kbeEkF0g1
— USS Gerald R. Ford (CVN 78) (@Warship_78) June 20, 2021
इस बम विस्फोट की चर्चा अब दूर-दूर तक है लेकिन अमेरिकी नौसेना का कहना है कि यह पूरी तरह से सुरक्षित विस्फोट था। उसने कहा कि इस विस्फोट के जरिए एयरक्राफ्ट कैरियर के भविष्य की जंग की संभावनाओं को परखा गया। वीडियो में तीन प्रस्तावित विस्फोट के बारे में बताया गया। फिर भी ऐसा अनुमान है कि केवल दो टेस्ट हुए। अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर के ट्विटर अकाउंट ने कहा कि इस विस्फोट के जरिए नौसेना ने अपनी तैयारियों को दिखाया है और साथ ही यह भी दिखाया कि हम बम हमले का भी मुकाबला कर सकते हैं। अमेरिकी नौसेना ने कहा कि इस विस्फोट का पर्यावरण पर असर नहीं पड़ेगा।
इस परीक्षण से अमरीकी नौसेना शायद दुनिया को ये भी बताना चाहती है कि हम हर सूरत हर हमले के लिए तैयार हैं और हमारे पास ऐसे मज़बूत हथियार हैं जो दुश्मन को मिंटो में नासतो-नाबूद कर देंगे अमेरिका अपनी ताकत दिखा के भी डराना चाहता है ड्रैगन को।