यह पहला मौका नहीं है, जब राज्यसभा सांसद ने अडानी पर हमला बोला हो, इसके पहले भी इस तरह के कई बयान आ चुके है। जिसमे अडानी के खिलाफ निशाना साधा हो। इसी साल जनवरी में गौतम अडानी पर निशाना साधते हुए कहा था, कि अडानी ग्रुप पर बैंकों का एनपीए बकाया है, जिसकी राशि 4.5 लाख करोड़ है। इस बार उन्होंने नया जवाब दिया है, जिसमे उनके खिलाफ ईडी जांच को करने के लिए कहा है।
बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इस बार कहा है, की मनी लांड्रिग एक्ट के मामले में उद्योगपति गौतम अडानी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की जांच होनी चाहिए। लेकिन साथ में यह भी कहा की जांच कराने से पहले मोदी को चाहिए कि अफसरों का बैकग्राउंड जांच लें। इसमें उनका कहना था, की यदि जाँच होती है, तो जाँच में ऐसे ऑफिसर को लगाया जाना चहिये जो निष्पक्ष रूप से बिना किसी दबाव के जाँच करने में सक्षम हो।
स्वामी का कहना है की, उनकी संपत्ति 2016 के बाद से हर दो साल में दोगुनी हो रही है, लेकिन उसके बाद भी वह बेंको से लिया हुआ कर्ज नहीं चूका रहे है। उन्होंने कटाक्ष कर कहा कि, जैसे उन्होंने छह एयरपोर्ट खरीदे हैं उनको लगता है की भविष्य में उन बैंकों को भी खरीद लेंगे जिनकी तरफ उनकी देनदारी है।
मार्च में स्वामी ने भड़कते हुए गौतम अडानी पर पहले भी हमला बोला था, जिसमे उद्योगपति ने म्यांमार की सेना के साथ एक डील की थी। आपको बता दे की नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड ने Albula Investment Fund, Cresta Fund and APMS Investment Fund के अकाउंट्स फ्रीज कर दिए हैं।इसके बाद वह इनसे किसी प्रकार का लेनदेन नहीं कर सकते है। यह खबर भारत और एशिया के दूसरे सबसे बड़े रईस गौतम अडानी के लिए अच्छी नहीं है। इस समय अडानी ग्रुप की 4 कंपनियों के 43,500 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के शेयर मार्किट में उपलब्ध है।
NSDL की वेबसाइट के मुताबिक अकाउंट्स को 31 मई को या उससे पहले फ्रीज किया गया था।उसके बाद से अडानी ग्रुप की कपंनियों के शेयर में भारी गिरावट देखी जा रही है। अडानी की 6 में से 5 कंपनियों के शेयर में ज्यादा प्रभाव देखने को मिला और शेयर में लोअर सर्किट लग गया। इन सभी कम्पनी में अलग अलग फीसदी शेयर में हिस्सेदारी रही है। और यह जाँच होती है, तो शेयर और भी निचे जा सकते है।