वर्तमान में अधिकतर युवा अपने स्वयं के बिज़नेस को करना चाहते है। युवा नौकरी की और नहीं बढ़ते हुए बिजनेस को प्रायोरिटी दे रहे हैं | कोई बिज़नेस में धीरे धीरे सफलता प्राप्त करता है, तो कोई जल्दी कई लोग तो काम उम्र में ही सफल हो जाते है | शांतनु नायडू भी एक ऐसे ही युवा है इनकी उम्र 28 साल है इनके बिज़नेस आईडिया से देश के बड़े बिजनेस मैन रतन टाटा भी फैन हैं |
टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा भी शांतनु से बिज़नेस टिप्स लेते है | और वह शांतनु नायडू की बातो को मानते है | आइये जानते है शांतनु नायडू कौन है |
मोटोपॉज शांतनु की कंपनी है | शांतनु की कम्पनी कुत्तों के आवश्यकता की चीजों पर काम करती है .इनकी कंपनी रात में चमकने वाले कुत्ते के कॉलर का डिजाइन करती है और बनाती है | उनका कहना है की इससे कुत्तो की दुर्घटना होने से बचाया जा सकता है जिससे उनका जीवन बच सकता है | शांतनु ने अपनी कंपनी का विस्तार 4 देशों और 20 से अधिक शहरों में कर लिया है | शांतनु सोशल मीडिया के माध्यम से लोगो से जुड़े रहते है | हर रविवार को वे ‘ऑन योर स्पार्क्स’ के चर्चा करते है | इस वेबिनार के लिए हर व्यक्ति से 500 रूपये चार्ज करते है |
कुत्तो के प्रति लगाव रखते है शांतनु
कई बार रात में अँधेरा होने के कारण कुत्ते दुर्घटना का शिकार हो जाते है और कई बार इनकी जान भी चली जाती है | इसके लिए मोटोपॉज कंपनी ने कुत्तो के लिए कॉलर का डिजाइन किया और इसका निर्माण का काम किया | शांतनु ने बताया कि, अंधेरे के कारण वाहन चालक सडकों पर घूम रहे कुत्तो को आसानी से नहीं देख पाते है | गाड़ियों की चपेट में आने से कुत्ते मर जाते है| शांतनु ने कुत्तो को बचाने के लिए कुछ काम करने का सोचा और उन्हें कॉलर रिफलेक्टर का आईडिया आया |
मेटापॉज नाम से कुत्ते के कॉलर को बनाया गया | इस कॉलर रिफलेक्टर से स्ट्रीट लाइट न होने पर भी आसानी से देख सकते है | यह आईडिया काम कर गया और उन्होने इसे बड़े स्तर पपर करने का फैसला लिया | रतन टाटा भी कुत्तो के प्रति लगाव रखते है उन्हें यह शांतनु का आईडिया अच्छा लगा | रतन टाटा से मुलाकात का मौका मिला और उन्होंने शांतनु को ऑफिस जॉइन करने का ऑफर दिया शांतनु ने स्वीकार कर लिया |