तेजी से फ़ैल रहे कोरोना को कुछ लोग अफवाह के तौर पे कह रहे थे की ये 5G टेस्टिंग के दौरान रेडिएशन के वजह से कोरोना को बढ़ा रहा है जिसके वजह से इन दिनों काफी सुर्ख़ियो में रहा है 5G टेस्टिंग मगर वाकई में देखा जय तो ऐसा कुछ भी नहीं है हलाकि 4G टेस्टिंग के दौरान कुछ चिडियो के ऊपर रेडिएशन का खतरा आया था इस लिए सब लोग सोच रहे थे की शायद 5G के टेस्टिंग से कोरोना विकराल रूप लिया है ।
कोरोना के संक्रमण काल में कुछ शरारती तत्व अफवाहें और भ्रांतियां फैलाकर उत्तर प्रदेश में व्यवस्था को बिगाड़ने की साजिश भी कर रहे हैं। इन दिनों 5-जी नेटवर्क के ट्रॉयल को लेकर इंटरनेट मीडिया पर कई तरह के भ्रामक संदेश वायरल हो रहे हैं। इसे लेकर अफवाहें फैलाने वालों पर पुलिस अब कठोर कार्रवाई करेगी। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने सभी जिलों के एसपी को अफवाह फैलाकर महौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे तत्वों के विरुद्ध कठोर विधिक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। अब यदि कोई ऐसी अफवाह फैलाता है तो उनके खिलाफ शख्त करवाई की जाएगी ।
उत्तर प्रदेश में इंटरनेट मीडिया पर 5-जी टेस्टिंग के दौरान पैदा हो रही तरंगों (वेब) से कोरोना फैलने और लोगों की मौत होने के मैसेज तेजी से वायरल हो रहे हैं। सूबे के कुछ हिस्सों में 5-जी नेटवर्क ट्रायल से रेडीएशन फैल रहा है और लोगों की मृत्यु हो रही है। कुछ पोस्ट के जरिए इटली में कोविड से जान गंवाने वाले लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद उनकी मृत्यु रेडिएशन से होने की बात सामने आने की अफवाहें फैलाई जा रही हैं। जब की ऐसा कुछ भी नहीं है क्योकि अमेरिका , कनाडा , UK अदि देशो में भी इसका ट्रॉयल और टेस्टिंग की गई थी जबकि वहां कुछ ऐसा नहीं हुआ जो की पुख्ता प्रमाण है