प्यार के किस्से तो बहुत सुने हैं आप सभी ने और इस प्यार को लेकर बहुत सारे गाने और शायरियां बनी है। इसी के संदर्भ में शायर गालिब ने कहा था इश्क पर कोई जोर नहीं यह वो आतिश है गालिब की लगाए न लगे और बुझाए ना बुझे उनकी यह अधूरी प्रेम की शायरी आज भी मशहूर है और अक्सर प्रेमियों की जुबां पर यह रहता है।
आज आपको ऐसी प्रेम कहानी आपको बताने जा रहे हैं जो इस समय सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है यह एक ऐसे शख्स कि कहानी है जिनकी उम्र इस समय 82 साल की हो चुकी है।
राजस्थान के दार के कुलधारा के रहने वाले एक शख्स जो गेटकीपर की नौकरी करते हैं उस बुजुर्ग ने कहा 50 साल बाद उनकी प्रेमिका ने फोन किया ऐसे में राम जी की कसम ऐसा लग रहा है जैसे मैं 82 से 21 साल का हो गया हूं।
कहते हैं ना कि इंसान लाख कोशिशों के बावजूद भी अपना पहला प्यार नहीं भूलता और ऐसा ही कुछ हुआ इस बुजुर्ग के साथ जिन्होंने इस कहावत को सच साबित किया। उन्होंने बताया कि उनका पहला प्यार मारिया ने 50 साल बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया से फोन किया है।
प्यार की कोई उम्र नहीं होती है और इंसान अपने पहले प्यार को तो बिल्कुल ही नहीं भूल सकता है उसने बताया कि उन्हें प्यार तो 30 साल की उम्र में ही हुआ था लेकिन क्या पता कि वह प्यार 50 साल बाद फिर लौटेगा।
उन्होंने बताया कि 30 साल पहले की बात है जब मैं मारिया से मिला वह ऑस्ट्रेलिया से जैसलमेर आई थी। डेजर्ट सफारी के लिए वह 5 दिन की यात्रा पर आई थी। मैंने उसे ऊंट की सवारी करना सिखाया यह बात 1970 के समय की है इतना ही नहीं है उन दिनों पहली नजर में प्यार हो जाता था और हम दोनों को पहली नजर में प्यार हो गया। ऑस्ट्रेलिया से लौटने से पहले मुझसे अपने प्यार का इजहार भी किया आई लव यू कहा और मैं कुछ कह नहीं सका।लेकिन इनकी फीलिंग को मैं समझ गया।
ऑस्ट्रेलिया जाने तक हम दोनों लगातार संपर्क में रहे कुछ दिनों बाद उसने ऑस्ट्रेलिया बुलाया। वहां जाना कम खर्च का मामला नहीं था ऐसे में मैंने ₹30 हजार का लोन अपने परिवार को बिना बताए लिया और ऑस्ट्रेलिया गया। वहां 3 महीने रहा और यह 3 महीने बहुत ही अद्भुत बीते। उसने मुझे इंग्लिश सिखाया मैंने उसे घूमर सिखाया। इसके बाद उसने शादी करके ऑस्ट्रेलिया में सेटल हो जाने के लिए कहा, लेकिन यहां चीजें कॉम्प्लिकेटेड हो गई। मैं भारत छोड़ नहीं सकता और वह भारत रहने को तैयार नहीं थी।
मैं उदास मन से भारत वापस आ गया और दोनों ने अपने रास्ते अलग कर लिए। घर लौटकर मैंने परिवार के दबाव में शादी कर ली और एक गेटकीपर की नौकरी करने लगा। लेकिन मारिया की याद आती रही क्या उसने शादी की होगी, क्या मैं उसे दोबारा देख पाऊंगा, लेकिन मेरे में इतना साहस नहीं था कि उसे कुछ लिख पाता।
समय के साथ उम्र बढ़ती चली गई। बेटा बड़ा हो गया 2 साल पहले पति का निधन भी हो गया। अब उनकी जिंदगी एक बार फिर उन्हें आकर्षित करने के लिए तैयार हो गए और 1 महीने पहले मारिया ने उन्हें चिट्ठी लिखी और उसमें लिखा था कैसे हो दोस्त और तब से वह रोज फोन करती है और हम एक दूसरे से मिलना भी चाहते है। मारिया ने बताया कि उसने कभी शादी नहीं की और वह जल्द ही भारत आने का प्लान बना रही है।
इस स्टोरी को ह्वमन्स ऑफ बॉम्बें में शेयर किया है जिसे लोग काफी ज्यादा पसंद कर रहे हैं और प्यार की कोई उम्र नहीं होती इस कहावत को चरितार्थ होता देख लो काफी खुश हैं।