जब हम सोते हैं तो हमारे कई अंग शरीर के विषाक्त पदार्थों को साफ करने का काम करते रहते हैं. जिसकी वजह से हम सुबह हल्का महसूस करते हैं। नींद दिमाग को तरोताजा रखने का काम करती है जिसके कारण दूसरे अंगों को आराम मिल जाता है।
जिस तरह अच्छा खानपान हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है ठीक उसी प्रकार अच्छी नींद लेना भी उतना ही जरूरी है। नींद के अभाव से हमारे स्वास्थ्य में तेजी से गिरावट आने लगती है।
डॉक्टर भी एक सामान्य मनुष्य को 6 से 8 घंटे की नींद लेने को कहते हैं.पर्याप्त नींद से बॉडी क्लॉक सही रहता है और इसका प्रभाव हमारी पूरी जीवन शैली पर पड़ता है. अगर रात में बेहतरीन नींद ना हो तो सारे दिन शारीरिक और मानसिक समस्याओं से हम परेशान रहते हैं।
डॉक्टर्स की मानें तो जो लोग रात में ठीक से सो नहीं पाते हैं उनमें ‘स्लीप एपनिया’ नामक बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है, स्लीप एपनिया नींद में सांस उखड़ने को कहते हैं। सोते समय कई बार कुछ सेकंड के लिए सांस टूट जाती है ऐसा दिमाग में ऑक्सीजन की कमी के कारण होता है और यह कम सोने की वजह से होता है।
इस समस्या को सबसे पहले वह पहचान सकता है जो आपके बगल में सोता हो. सोते समय खर्राटे आना, नींद में आवाज़ वाली और बहुत कोशिश के बाद सांस आना, बार-बार नींद में हांफना या खर्राटों से सांस का टूटना इसके शुरुआती लक्षण हैं।
अनदेखा किया गया स्लीप एपनिया आपके काम-काज और जीवन को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है. साथ ही यह हाई ब्लड प्रेशर, दिल के दौरे, अनियिमित धड़कन और टाइप-2 डायबिटीज़ का ख़तरा भी पैदा कर सकता है।